दोस्त की भतीजी संग वो हसीन पल-5

नाईट बल्ब की लाइट में हम सीढ़ियाँ उतरने लगे। मूसल ज…

फेसबुक सखी-1

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को नमस्कार। आपने मेरी लिखी…

मेरा गुप्त जीवन- 168

मैं बड़ी धीरे धीरे चुदाई कर रहा था ताकि ऊषा पुनः ग…

शर्मीला की ननद-1

अपनी पिछली कहानी शेर का पुनः शिकार में मैंने आपक…

जीजा की बहन की चूत

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा सादर प्रणाम! मेरा …

ब्लेड से पजामी काटी

प्रेषक : निखिल शर्मा हेलो, मेरा नाम निखिल है, मेरी …

जिस्म से जान तक

आप सभी पाठकों को प्रेमशीर्ष का प्रेम भरा नमस्कार ! सब…

Bus Me Item Bomb

Muje jab ahmedabad se puna kam ke silsile me jana…

तू सेर, मैं सवा सेर-1

मुनव्वर और सलीम दो दोस्त हैं, मुनव्वर की बीवी रजिया,…

कामना की साधना-4

मैं मौके का फायदा उठाते हुए एकदम उसके पीछे आ गया,…