जिस्मानी रिश्तों की चाह-48

सम्पादक जूजा आपी ने मेरे लण्ड को चूस कर मेरा माल अप…

प्यार से तृप्त कर दो

प्रेषक : विजय पण्डित विजय शर्मा, अपना पहली चुदाई का …

रीटा की तड़पती जवानी-4

बड़ी अदा से रीटा ने बहुत लाहपरवाही से अपनी सुडौल ट…

शालू की गुदाई-2

लेखक : लीलाधर 21 मई का बेसब्री से प्रतीक्षित दिन ! ह…

मेरी शादी करवा दो-1

लेखिका : कामिनी सक्सेना दिल की कोमल उमंगों को भला …

शालू की गुदाई-4

लेखक : लीलाधर मुझे दरार के नीचे गुदा की गुलाबी कल…

मिला मौका मारा चौका

दोस्तो, अभी तक मैंने तीन सच्ची कहानियाँ आप लोगों को…

मेरी शादी करवा दो-2

लेखिका : कामिनी सक्सेना “विवेक… तुम मुझे प्यार करते…

प्यास भरी आस: एक चाह-3

उसने कहा- अच्छा जी? इतना घमण्ड है खुद पर? मैं बोला-…

गाँव की मस्तीखोर भाभियाँ-3

मैं- भाभी.. मुझे भी आपके साथ नहाना हे। रूपा भाभी-…