मेरा गुप्त जीवन -97
सुबह उठते ही मम्मी का फ़ोन आया- दशहरे के त्यौहार की …
मेरा गुप्त जीवन-101
मैं और भाभी एकदम सकते में आ गए। अब रिया बोली- मैं…
मेरा गुप्त जीवन-98
अगले दिन जस्सी और जेनी मुझको कॉलेज की कैंटीन में म…
लण्ड लीलने की ललक
प्रेषिका : रत्ना शर्मा सम्पादक : जूजाजी हैलो, मैं रत्न…
अगर खुदा न करे… -3
अंजलि समझ चुकी थी कि हम तीनों ने उसे खेल खेल में …
मामी की तड़पती प्यासी चूत
दोस्तो.. मैं हूँ सैम.. मेरी पहली कहानी मामा की लड़क…
पहली चूत चुदाई में की जन्नत की सैर -1
सभी दोस्तों को मेरा नमस्ते.. मैं यह कहानी इसलिए लिख…
मेरा गुप्त जीवन-95
शाम को मैं बैठक में बैठा था कि कम्मो आई और कहने लग…
भाभी की चूत चुदाई उनके मायके में -3
अब तक आपने पढ़ा.. भाभी ने बड़ी अदा से अपने कम कपड़ों…
चूत एक पहेली -25
अब तक आपने पढ़ा.. पुनीत- मेरी जान तेरी गाण्ड की सील…