कमाल की हसीना हूँ मैं -2
खैर अगले दिन से मैं अपने काम में जुट गई। धीरे धीर…
गाण्ड पर मुहावरे
गाण्ड खुजाना- चिन्ता करना गाण्ड घिसना- मेहनत करना गा…
कमाल की हसीना हूँ मैं -7
जावेद की नींद खुल गई। वो पेशाब करने उठा था। हम दो…
कमाल की हसीना हूँ मैं -6
दोनों जोड़े वहीं अलग-अलग कंबल और रज़ाई में घुस कर ब…
सलमा और इरफ़ान के चुटकुले-1
सलमा इरफ़ान का औजार देखकर बोली: मेरे लाल! मेरा सोन…
कमाल की हसीना हूँ मैं -9
शुरू-शुरू में तो मुझे बहुत शर्म आती थी। लेकिन धीरे…
मेरे सपनों की सौगात
अजय हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम अजय है। मैं अपनी ज़िन्दगी…
कहीं ले चलो-3
मैं राज ! याद आया दोस्तो, मैं आपका शुक्रगुजार हूँ अ…
पर पुरुष समर्पण-2
मधुरेखा लेकिन उसने बिना कुछ बोले फ़िर से मेरे लबों…
नवाजिश-ए-हुस्न-4
लेखक : अलवी साहब सीढ़ियाँ उतरते मुड़ के वापस उसके प…