कुंवारी छोकरी

मेरा नाम मो.शाहिद है। मैं गया (बिहार) का रहने वाल…

मैं करूँ तो क्या?

मैं 21 वर्षीया स्नातक लड़की हूँ, पिता जी का व्यवसाय ह…

बड़े मियां तो बड़े मियां, छोटे मियां भी……-2

प्रेषक : पप्पू राम हम दोनों घबरा गए, मै झट से कपड़े …

चचेरे भाई पे मेरा बेईमान दिल

लेखिका : मोनिषा बसु दोस्तो, आज मैं अपने जीवन की एक…

रात का रहस्य

प्रेषक : गोटी मेरा नाम गोटी है, बचपन से लेकर जवानी…

सोनू से ननदोई तक-4

जैसे मैंने पिछले भाग में बताया कि : एक दोपहर मैं …

भाभी ने मेरी मार दी-2

विजय पण्डित उसकी बड़ी बड़ी आँखें धीरे से खुली और सिस…

मिल-बाँट कर..-4

प्रेषक : सुशील कुमार शर्मा अब मेरे पास कृत्रिम रूप स…

बरसात की हसीन रात

राज राने मेरे अन्तर्वासना के दोस्तों को मेरा सलाम, य…

सोनू से ननदोई तक-3

दो दिन बाद की बात है, मेरी चाची के पिता जी परलोक …