मेरी चालू बीवी-110
सम्पादक – इमरान मामा जी कहा था कि यार अंकुर, यहाँ …
रश्मि और रणजीत-4
फारूख खान रणजीत दोनों हाथों से उसकी दोनों चूचियों…
दो लाख की डील-2
पहले अमन ने मेरी माँ का ज़ोर का चुम्मा लिया और उसके…
जिस्म की जरूरत-5
‘जी नहीं… यह हमारी मम्मी का हुक्म है और उनकी बात को…
जिस्म की जरूरत-3
रैक के ऊपर के सारे बर्तन गंदे पड़े थे इसलिए वो झुक …
अज़ीब दास्ताँ है ये…
रवीश सिंह प्रिय मित्रो, कई दिनों के बाद नई कहानी लि…
मेरे साथ ज़बरदस्त चुदाई हुई -3
मैं थोड़ा अंजान बन कर अनिल से बोली- देखो जब तुमने …
बहनजी की चुदाई की आग
क्रिश हैलो दोस्तो, आप सभी को मेरा सलाम, नमस्कार ! मे…
रश्मि और रणजीत-5
रश्मि जो डॉक्टर नेहा से कहना चाहती थी वो नहीं कह पा…
एक कप चाय के बदले
दोस्तो, यह मधुर आपका कामदेव की इस दुनिया में तहे द…