मिल-बाँट कर..-1
हाय ! हम झंडाराम और ठंडाराम दोनों सगे भाई हैं। हम…
बरसात की हसीन रात
राज राने मेरे अन्तर्वासना के दोस्तों को मेरा सलाम, य…
वफ़ा या हवस-1
हाय दोस्तो, इससे पहले भी कई कहानियाँ लिखी हैं, लेक…
भाभी ने मेरी मार दी-2
विजय पण्डित उसकी बड़ी बड़ी आँखें धीरे से खुली और सिस…