बहन का नग्नतावाद से परिचय-4
प्रेषक : आसज़ मैंने पूल से जाने का फैसला किया क्योंक…
आठ साल बाद मिला चाची से
सारे दोस्तों को मेरा नमस्कार… पहले मैं आपके मेरे बा…
मैं करूँ तो क्या?
मैं 21 वर्षीया स्नातक लड़की हूँ, पिता जी का व्यवसाय ह…
चचेरे भाई पे मेरा बेईमान दिल
लेखिका : मोनिषा बसु दोस्तो, आज मैं अपने जीवन की एक…
नये अनुभव का सुख-1
प्रेषिका : अनुष्का एक ही वक्त में दो लड़कियों के साथ …
बहन का नग्नतावाद से परिचय-3
प्रेषक : आसज़ मैंने कहा,”तुम कपड़े बदल आओ, मैं बरामद…
मुंबई में आकर
प्रेषिका : स्नेहल प्यारे पाठको, मेरी तरफ से आप सभी क…
साली को दिया मजा
प्रेषक : राजेन्द्र चौहान सबसे पहले मैं आपको अपना परि…
मौजां ही मौजां-2
लेखिका : शमीम बानो कुरेशी मैंने भी अपने सीने को उ…
कॉलेज़ की हवा लग गई
मैं कॉलेज गर्ल प्रिया आप सब लोगों को नमस्कार करती हू…