चूत एक पहेली -69
अब तक आपने पढ़ा.. पायल- उफ्फ.. भाई क्या कर रहे हो.. …
चूत एक पहेली -68
अब तक आपने पढ़ा.. वो सभी पीने के मज़े लेने लगे और प…
मौसेरी बहन के साथ लण्ड-चूत की रेलम-पेल -4
अब तक आपने पढ़ा.. मैंने कहा- चलो एक बार फिर से सेक्…
भाभी ने देवर की गान्ड मारी
दोस्तो, इस कहानी का नाम पढ़ कर आपको भी अजीब लगेगा क…
मैं अपने जेठ की पत्नी बन कर चुदी -8
अन्तर्वासना के पाठकों को आपकी प्यारी नेहारानी का प्या…
हसीन सफर और तन का मिलन
अन्तर्वासना के सभी नियमित पाठकों को कुशल का प्यार भर…
कमसिन कली को प्यार से कुचला -1
आज मैं जो कहानी आपको बताना चाहता हूँ.. वो मेरे सा…
मैं अपने जेठ की पत्नी बन कर चुदी -7
अन्तर्वासना के पाठकों को आपकी प्यारी नेहारानी का प्या…
मेरा गुप्त जीवन- 136
अगले दिन सुबह ही मैं, कम्मो और निम्मो लखनऊ वापस जान…
मेरी अन्तर्वासना, मेरे जीवन की कुछ कामुक यादें -1
यह कहानी मेरी एक परिचिता की है.. सीधे उनकी स्मृतिय…