शीला का शील-5

मैं यह नहीं कह सकती कि मैंने कभी लिंग देखा नहीं थ…

शीला का शील-7

कुछ देर बाद जब रंजना अंदर आई तब हमारा ध्यान भंग हु…

शीला का शील-8

रानो ने कमरे से निकलते वहाँ जलते नाईट बल्ब को बुझा…

ममेरी भाभी की जिस्मानी भूख

मैं पंकज ठाकुर.. नोएडा में रहता हूँ.. अभी ग्रेजुये…

जिस्मानी रिश्तों की चाह-70

अब तक आपने पढ़ा.. आपी और मैं घर में अकेले थे और खु…

अगस्त 2016 की लोकप्रिय कहानियाँ

प्रिय अन्तर्वासना पाठको अगस्त महीने में प्रकाशित कहानि…

जिस्मानी रिश्तों की चाह-67

फरहान और मैं कमरे में आपी के इन्तजार में ब्लू-फिल्म …

चुदने को बेकरार फुप्पो की लौंडिया-2

अब तक आपने पढ़ा.. फुप्पो की लौंडिया मुझसे चूत में उ…

डेरे वाले बाबा जी और सन्तान सुख की लालसा-4

जगजीत बता रही थी कि बाबाजी उसके ऊपर चढ़े हुए थे। अ…

जिस्मानी रिश्तों की चाह-66

अम्मी मुझे और आपी को अकेला छोड़ कर चली गईं। आपी सोफ…