तीन पत्ती गुलाब-30

गौरी की कसी खूबसूरत गुलाबी गांड मारने के लिए मैं …

तीन पत्ती गुलाब-31

मैं अपनी कामवाली की चूत चोद चुका था और अब उसकी गा…

तीन पत्ती गुलाब-11

आज भी मैं थोड़ा जल्दी उठ गया था। मधुर ने बेडरूम में…

तीन पत्ती गुलाब-33

भाभी धीरे-धीरे अपने भारी और मोटे नितम्बों को नीचे …

तीन पत्ती गुलाब-35

अब भाभी बैड पर पेट के बल लेटी गई थी और भैया ने उन…

तीन पत्ती गुलाब-41

मैंने गौरी को अपनी गोद में उठा लिया। “ओह… रुको तो…

तीन पत्ती गुलाब-39

और फिर दूसरे दिन सुबह जब मधुर स्कूल चली गई तो गौरी…

तीन पत्ती गुलाब-34

भाभी ने अपने दोनों हाथ भैया की पीठ पर कस लिए और अ…

तीन पत्ती गुलाब-38

हे लिंग देव !!! आज तो तुमने सच में ही लौड़े लगा ही…

तीन पत्ती गुलाब-37

मुझे पहले तो थोड़ा संशय था पर अब तो मैं पूरे यकीन …