वो पूस की एक रात-1

मेरा नाम माही है। मैं अन्तर्वासना का बहुत बड़ा प्रशंस…

पूरा रंडी बना दिया

जब से मेरी बीवी को पीएसी के जवानों और उसके जीजा न…

रेखा- अतुल का माल-1

आपने मेरी लिखी कहानी हमारी नौकरानी सरीना पढ़ी। उसी…

मदहोशी भरे वो पल-2

Madhoshi Bhare Vo Pal-2 मेरा लण्ड एकदम तम्बू की तरह…

मेरा गुप्त जीवन-59

शाम को घर पहुंचा तो विनी बैठक में मिल गई और बोली-…

रेखा- अतुल का माल-4

इस बीच रेखा का मोबाइल बजा। रेखा बोली- मेरे पति का…

मेरा गुप्त जीवन -57

फिर रानी एकदम से अपने चूतड़ ऊपर उठा कर मेरे पेट के…

मेरा गुप्त जीवन -49

जब मैं वहाँ पहुंचा तो तकरीबन सभी नाश्ता करके जा चु…

चढ़ती जवानी की मस्ती

शादी के बाद से नज़मा भाभी की चुदाई बहुत ही कम हुई …

मेरा गुप्त जीवन -61

रात को कम्मो से सोने से पहले मैंने बात की, मैंने उ…