मेरा गुप्त जीवन-41

मैं फिर अपने पलंग पर लेट गया और सोचने लगा कि एक औ…

मेरा गुप्त जीवन-40

परी को देखा वो अपना पेटीकोट पहन कर बैठी थी, उसके …

मन तो बहुत करता है

एक दिन ई-मेल देखते समय मैंने देखा कि किसी प्रिया न…

और वो चली गई- भाग 3

और वो चली गई- भाग 1 और वो चली गई- भाग 2 मध्य प्रदेश…

मेरा गुप्त जीवन- 90

इस तरह आगरा की वो रात समाप्त हुई और अगले दिन का प्र…

मज़दूर से मिली तृप्ति

निम्न कहानी का पूरा मजा लेने के लिए एक बार पूर्व-प्र…

तेरी याद साथ है-25

मैंने जल्दी से रिंकी को खुद से अलग किया और फिर उसे…

कल्पना साकार हुई-1

मेरा नाम तनय है, मैं इन्दौर का रहने वाला हूँ। मेरी…

तेरी याद साथ है-24

“उम्म… हम्म्म्म…” फिर से वही मादक सिसकारी लेकिन इस बा…

और वो चली गई- भाग 2

दोस्तो, आपने मेरी सेक्सी कहानी के पिछले भाग और वो च…