जिस्म की जरूरत-18
मैंने अब उसकी आखिरी झिझक को दूर करना ही उचित समझा…
लड़कपन की यादें-2
रात हुई, हम तीनों ने खाना खाया, थोड़ी देर ड्राइंग र…
प्रणव की दास्तान
प्रेषक : सचिन शर्मा यह मेरे दो दोस्तों की कहानी है, …
इरफ़ान के चुटकुले
एक बार इरफ़ान ऐसे ही बेकार सड़क के किनारे जा रहा था…
तृप्ति की वासना तृप्ति-2
लेखक : संजय शर्मा उर्फ़ संजू सम्पादक एवं प्रेषक : सिद्ध…
लड़कपन की यादें-1
मैं काफ़ी समय से अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। अधि…
तृप्ति की वासना तृप्ति-1
लेखक : संजय शर्मा उर्फ़ संजू सम्पादक एवं प्रेषक : सिद्ध…
एकता बजाज की बजा दी
स्वीट राज़ मैं सभी पाठकों को धन्यवाद देता हूँ, मात्र …
लड़कपन की यादें-3
कुछ ही दिनों में मुझे काम-दर्शन का सिलसिला रोकना प…
मामी की मोटी गांड
दोस्तो, मेरा नाम सुनील है, मैं मुरादाबाद का रहने व…