चूत एक पहेली -45
अब तक आपने पढ़ा.. कुछ दिन बाद संजय सुनीता और रॉनी …
चूत एक पहेली -40
अब तक आपने पढ़ा.. रॉनी- अरे क्या गुड्डी.. सारा दिन घ…
अंजलि की खुशी-1
प्रेषिका : लक्ष्मी कंवर हाय! मैं अपने रहस्य अपनी सबसे…
कयामत थी यारो-1
प्रेषक : विशाल अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा नमस्कार।…
थोड़ा सा रूमानी
नमस्कार दोस्तों, सबसे पहले तो मैं आप सबका धन्यवाद कर…
भाभियों का दुःख
सुनिये जी ! कल रात फिर आपसे भूल हो गई है । इतनी ज…
क्यों हो गया ना ?
मेरी ये कहानी मेरी एक ई-मित्र को समर्पित है – प्रेम …
वाह ! क्या रात थी
मेरे प्रिय पाठकों और पाठिकाओं को मेरा नमस्कार। मेरा…
कयामत थी यारो-2
प्रेषक : विशाल मैं फिर से हाज़िर हूँ आप सबके बीच मे…
लिंग की आत्मकथा
मैं शेखर का लिंग हूँ। मुझे अनेकों उपनामों से जाना…