तीन पत्ती गुलाब-16

प्रिय पाठको और पाठिकाओ! आइए अब लिंग दर्शन और चूसन क…

तीन पत्ती गुलाब-18

आइए अब योनि दर्शन और चूषण सोपान शुरू करते हैं… लोग…

मेरी सांवली दीदी

प्रेषिका : निकिता सिंह मेरा नाम निशु है और मेरी उम…

तीन पत्ती गुलाब-21

अगले दिन सुबह जब मधुर स्कूल चली गई तो गौरी नाज-ओ-अ…

तू नहीं और सही-2

प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा उसकी गीली झांटों से मेरे …

कुछ रोचक चुटकुले

मर्दों और चूहों में एक समानता तो है कि दोनों ही पू…

तीन पत्ती गुलाब-19

“वो … चाय … ठंडी हो जायेगी?” गौरी ने अस्फुट से शब्द…

तीन पत्ती गुलाब-20

आज पूरे दिन बार-बार गौरी का ही ख़याल आता रहा। एकबा…

मेरा सहकर्मी तरुण

हमारे ऑफिस में मेरे साथ बहुत से लड़के भी काम करते …

मधुर प्रेम मिलन-2

प्रेषिका : स्लिमसीमा ‘मधुर, क्या मैं एक बार आपके हाथ…